रात में कवि सम्मेलन चल रहा था, बीच में एक अनाउंसमेंट हुआ कि "" राम लाल जहाँ भी हो अपने घर चले जाये । उनकी पत्नी , उनका इंतज़ार कर रही है ।

रात में कवि सम्मेलन चल रहा था, बीच में एक अनाउंसमेंट हुआ कि "" राम लाल जहाँ भी हो अपने घर चले जाये । उनकी पत्नी , उनका इंतज़ार कर रही है ।
राम लाल उठकर जाने लगा ,,, तभी कुछ दूर पर बैठी हुई उसकी पत्नी बोली
बैठ जा , बैठ जा ,, मैं ये देख रही थी कि कवि सम्मेलन ही देखने आया है रात में या कही और तो नहीं गया ।
😝😅

रात में कवि सम्मेलन चल रहा था, बीच में एक अनाउंसमेंट हुआ कि "" राम लाल जहाँ भी हो अपने घर चले जाये । उनकी पत्नी , उनका इंतज़ार कर रही है । Rating: 4.5 Diposkan Oleh: news